May 3, 2025

पतंजलि आर्गेनिक रिसर्च इंस्टीट्यूट और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की ओर से आयोजित गंगा बेसिन क्षेत्र में प्राकृतिक कृषि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर प्राकृतिक खेती से किसानों की आय के लिए ‘नमामि गंगे’ और पतंजलि के बीच अनुबंध हुआ।

हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ में योगगुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण व केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, डीजी नमामि गंगे अशोक कुमार ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने नेचुरल फार्मिंग इन गंगा बेसिन रीजन (पर्सपेक्टिव एंड साल्यूशन) किताब का विमोचन भी किया।

एमओयू का करार हुआ है यह ऐतिहासिक अवसर है

साथ ही गंगा रन में प्रतिभागी प्रथम 20 बच्चों को प्रमाण-पत्र और पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पतंजलि अनुसंधान केंद्र और नेशनल मिशन आफ क्लीन गंगा इन दोनों के बीच में जो एमओयू का करार हुआ है यह ऐतिहासिक अवसर है।

योगगुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने संसार में योग और आयुर्वेद को प्रतिष्ठित किया है। आज कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जो पतंजलि से अछूता रहा हो।

संपूर्ण संसार में 3.60 लाख के आसपास वनस्पति पायी जाती है

इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि संपूर्ण संसार में 3.60 लाख के आसपास वनस्पति पायी जाती है। भारत की बात करें तो यहां लगभग 20 हजार प्रकार की वनस्पति पायी जाती है और गंगा के किनारों पर हजारों प्रजातियां पायी जाती है।

प्राकृतिक खेती करने से पहले यह सोचने की आवश्यकता है कि किस चीज की खेती करें और किस खेती को कहां करने से किसानों को ज्यादा लाभ प्राप्त हो सकता है। योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि गंगा पर जीवन और अर्थव्यवस्था आधारित है।

पतंजलि ने आत्मनिर्भरता का नया इतिहास लिखा

पतंजलि ने आर्थिक गुलामी की बेड़ियों को तोड़कर, आत्मनिर्भरता का नया इतिहास लिखा है और इस देश को आर्थिक गुलामी के साथ-साथ शिक्षा, चिकित्सा की गुलामी से बाहर निकालने का काम पतंजलि की ओर से किया गया है।